ना कोई गिला ना कोई शिकायते
ना कोई गिला न शिकायतें,,,,,, खो गए,,,,, कैसा होगा अगर हमतुम खो गए फिर एकबार दुनिया के वीड में कहीं,,,,, कैसा होगा अगर हम कभी न मिले कहीं,,,,, ना जाने कितने बार मिलने का वादा कर चुके हैं,, कैसा होगा अगर वो पॉल, वो वादें वापस न आया लौंटके के,, चलते चलते जिंदगी की राह में खो जाएंगे फिर एकबार हमतुम कभी ना मिलने का वादा भी करलेंगे शयेद,,, अगर कभी ऐसा दिन भी आये जिंदगी में ,,तो मुझे मंजूर रहेगा ये वादा रहा मेरा अपने आप से भी ,,और उनसे भी,,,,, ना कोई शिकायते होंगे ना कोई गीले,,, जिसने प्यार करना सिखाया,,सिखाया था जीना मरना प्यार के लिए ,फिर एकबार,, अपना प्यार को साथ लेके चोलना सिखाया और अपना हक चिन्ना,,, खुशी से हसके हर दर्द की सहना सिखा,,, न कोई गिला न कोई शिकायते होंगे दुनिया वालो से,,, हँसाने वाले जॉब रुलाएंगे वो सह लेंगे खुशी से,,, तुम खुश रहो बस यही दुआ रहेगा भगवान से,,,, जिन्देगि मुबारक हो तुन्हें बस इसीमें खुशी होगी हमे,,, शुभरात्रि,,,,